भारत छोड़ो आंदोलन (1 9 42):
8 अगस्त, 1 9 42 को कांग्रेस ने गोवाली टैंक, बॉम्बे में अपनी बैठक में ‘भारत छोड़ो’ का प्रस्ताव पारित किया, जिससे गांधीजी ने अंग्रेजों से भारत छोड़ने के लिए कहा और ‘उपवास रखा ‘ नारा दिया (या तो मुक्त भारत या प्रयास में मरो). 9 अगस्त, 1 9 42 को गांधी, नेहरू, पटेल इत्यादि सभी प्रमुख नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया था लेकिन बाकी के अधिकांश (जेपी, लोहिया, अरुणा असिफ अली, उषा मेहता इत्यादि) क्रांतिकारियों ने संघर्ष जारी रखा। पूरे देश में हिंसा फैल गई, कई सरकारी ऑफिस क्षतिग्रस्त हो गए, टेलीग्राफ तारों को काट कर संचार व्यवस्था को सिथिल कर दिया गया। समांतर सरकार कुछ स्थानों पर स्थापित की गई थी।
बलिया, यूपी | चितु पांडेय | पहली समांतर सरकार | |
तमुलक,बंगाल (जिला-मिदनापुर) | सतीश सामंत | ||
सातारा, महाराष्ट्र | वाईबी चहवन और नाना पाटिल द्वारा | सबसे लंबी (टर्म) समांतर सरकार। | |
तलचर, उड़ीसा |
- हालांकि कुछ समय बाद ब्रिटिश सरकार द्वारा इन्हें कुचल दिया गया।
गांधी जी का उपवास (10 फरवरी.- 7 मार्च 1 9 43):
गांधीजी ने जेल में 21 दिन का उपवास रखा। 13 दिनों के बाद उनकी हालत बिगड़ गई परन्तु अपने नैतिक शक्ति और आध्यात्मिक सहनशक्ति के परिणामस्वरूप उन्होंने 21 दिन के उपवास को पूरा कर लिया। यह सरकार को उत्तर था जो भारत छोड़ो आंदोलन में लोगों की हिंसा की निंदा करने के लिए लगातार उनपे जोर दे रही थी।